Friday, November 22, 2024
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मज़ाक करते समय गरिमा बनाए रखना ज़रूरी है, सेलिब्रिटी होना बड़ी ज़िम्मेदारी है, कई बार माफ़ी मांगना काफ़ी नहीं होता

जीत का जश्न मनाना जरूरी है, लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हम जोश में आकर कुछ ऐसा न कर बैठें जिससे किसी की भावनाएं आहत हो जाएं। भारत के लिए विश्व कप जीतने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह और सुरेश रैना ने हाल ही में लीजेंड्स लीग की विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद जिस तरह जश्न मनाया, उससे हर भारतीय आहत है। इन दिग्गजों ने जीत की खुशी में दिव्यांग समुदाय का मजाक उड़ाया, जो किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है।

भारत में खेलों और खिलाड़ियों को जितना सम्मान मिलता है, शायद किसी और देश में नहीं मिलता। खेलों में खास मुकाम हासिल करने से न सिर्फ आपका रुतबा बढ़ता है, बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। भारत में क्रिकेट को धर्म की तरह लिया जाता है। क्रिकेटर्स को प्रशंसक भगवान का दर्जा देने से नहीं हिचकिचाते, लेकिन जब आपकी तुलना भगवान से की जाती है, तो आपको भी सचिन तेंदुलकर जैसा व्यक्तित्व विकसित करना पड़ता है। हम यह बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि टर्बिनेटर, सिक्सर किंग और मिस्टर आईपीएल जैसे खिताब हासिल करने वाले दिग्गज हरभजन, युवराज और सुरेश रैना ने जाने-अनजाने में अपने ही प्रशंसकों को आहत किया है।

मजाक करते समय मर्यादा बनाए रखना जरूरी है
जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होता है तो खिलाड़ी हों या प्रशंसक, सभी हदें पार कर जाते हैं। कुछ ऐसा ही तब हुआ जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों की लीग में भारतीय टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी जीती। युवराज सिंह की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के बाद युवराज, हरभजन और सुरेश रैना ने मजाक करते हुए एक वीडियो बनाया और मर्यादा भूल गए। वीडियो बनाते समय तीनों ने ऐसे अभिनय किया जैसे वे गाना गा रहे हों, जिससे दिव्यांग समुदाय के साथ-साथ हर भारतीय को ठेस पहुंची।

सेलिब्रिटी होना बड़ी जिम्मेदारी है
यह तो समझ में आता है कि अंडर-19 टीम के खिलाड़ी जीत के जश्न में अपनी हदें पार कर जाएं लेकिन अगर दशकों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास ले चुके दिग्गज जश्न मनाते समय अपनी हदें भूल जाएं तो यह गलत उदाहरण पेश करता है। आम जिंदगी में भी हम अपने आसपास के उन लोगों की भावनाओं का ख्याल रखते हैं जो किसी कारण से हमसे शारीरिक रूप से कमतर हैं। हम इस बात का ख्याल रखते हैं कि हमारी हरकतों से उन्हें ठेस न पहुंचे, ऐसे में जब हम सेलिब्रिटी हों तो जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।

कभी-कभी माफी भी कम पड़ जाती है
हरभजन सिंह ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दिव्यांग समुदाय से अपने वीडियो के लिए माफी जरूर मांगी, लेकिन उनके दिल को जो ठेस पहुंची है, उसके लिए यह काफी नहीं है। युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ हरभजन ने जो वीडियो बनाया था, उसे हटा दिया गया है, लेकिन कहीं न कहीं उनके द्वारा किया गया मजाक मन में रह जाएगा। पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने इस पर नाराजगी जताई, तो वीडियो हटाकर माफी मांगी गई। काश, इन स्टार खिलाड़ियों ने यह वीडियो बनाते समय इस बात पर ध्यान दिया होता, तो उन्हें बाद में अपनी बात कहने की जरूरत नहीं पड़ती। खैर, गलती के लिए माफी मांगने के लिए साफ दिल की जरूरत होती है, जो देश की सेवा कर रहे इन स्टार क्रिकेटरों के पास है। भविष्य में हमारे युवा खिलाड़ी इससे सीख लेना चाहेंगे और सभी के प्रति सम्मान का भाव रखकर ऐसी घटनाओं से बचना चाहेंगे।

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