Thursday, November 21, 2024
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जुलाई का सबसे शुभ दिन आ रहा है, अक्षय तृतीया जैसा फल मिलेगा, गुप्त नवरात्रि की यह तिथि है शुभ मुहूर्त

6 जुलाई से शुरू हुए गुप्त नवरात्रि 16 जुलाई को समाप्त होंगे। गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। वहीं, 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस दिन श्री हरि विष्णु चार महीने की निद्रा में चले जाएंगे और सभी तरह के शुभ कार्य रुक जाएंगे। लेकिन, गुप्त नवरात्रि की तिथि ऐसी है, जिसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस अबूझ मुहूर्त में बिना तिथि और नक्षत्र देखे किसी भी तरह का शुभ कार्य किया जा सकता है। इस तिथि का महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि इसके बाद अगले चार महीने तक कोई भी शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं रहेगा।

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल ने बताया कि गुप्त नवरात्रि की नौवीं तिथि को अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इसके ठीक दो दिन बाद देवशयनी एकादशी है, जिसमें भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। तब सभी तरह के शुभ कार्य रुक जाते हैं। कुछ जगहों पर इस अबूझ मुहूर्त को भड़ला नवमी भी कहा जाता है। इस साल भद्रला नवमी या गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि 15 जुलाई को है। इस दिन नक्षत्र, तिथि, मुहूर्त देखे बिना ही आप विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ आदि शुभ कार्य बेहिचक कर सकते हैं। इस दिन के बाद आपको चार महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है।

कब से शुरू होगा अबूझ मुहूर्त

गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि या भद्रला नवमी 15 जुलाई को सुबह 4:51 बजे से शुरू हो रही है। यह अगले दिन 16 जुलाई को सुबह 5:12 बजे समाप्त हो रही है। ऐसे में नवमी तिथि 15 जुलाई को रहने वाली है, इसलिए 15 जुलाई को शुभ कार्य किए जा सकेंगे।

गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि का महत्व
गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि या गुप्त नवरात्रि के दिन को अक्षय तृतीया के सामान अबुझ मुहूर्त माना जाता है। इस मुहूर्त में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ आदि जैसे मांगलिक कार्य से शुभ फल की प्राप्ति होती है। माता दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही विवाहित जीवन सुखमय रहता है। नवमी तिथि के ठीक दो दिन बाद चातुर्मास प्रारम्भ हो जाएगा, जिसके बाद किसी भी मांगलिक कार्य को करने के लिए चार महीनों का इंतजार करना पड़ेगा।

Note: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का livenews24x7 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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