उत्तर प्रदेश के हाथरस की दो लड़कियां कुछ लड़कों से बचने के लिए घर से 140 किलोमीटर दूर चली गईं।
यूपी से एक हैरान कर देने वाली खबर आ रही है। राज्य के हाथरस जिले की दो लड़कियां अपने पीछे लगे लड़कों से बचने के लिए अपने शहर से करीब 140 किलोमीटर दूर इटावा पहुंच गईं। इसके बाद एक मालगाड़ी के गार्ड ने उनकी मदद की। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक रेलवे गार्ड रविनीत आर्य 3 अगस्त की रात करीब 11 बजे अपनी ड्यूटी करने के लिए इटावा रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, तभी उन्होंने प्लेटफॉर्म पर एक बेंच पर दो लड़कियों को परेशान बैठे देखा, जिसके बाद गार्ड ने उनकी परेशानी पूछी।
बचने के लिए ट्रेन में चढ़ गईं लड़कियां अधिकारी ने आगे बताया,
“आर्य ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें किसी मदद की जरूरत है। जिस पर लड़कियों ने बताया कि वे हाथरस की रहने वाली हैं और जब वे ट्यूशन से लौट रही थीं, तो कुछ लड़के उनका पीछा करने लगे। वे काफी डर गईं और खुद को बचाने के लिए हाथरस रेलवे स्टेशन में घुस गईं और ट्रेन में चढ़ गईं और कुछ ही मिनटों में ट्रेन वहां से रवाना हो गई।” रेलवे सूत्रों के अनुसार, लड़कियों ने चलती ट्रेन में मोबाइल पर अपने परिजनों से बात की और उन्हें पूरी कहानी बताई, लेकिन परिजनों को भी समझ नहीं आया कि ऐसी परिस्थितियों में कैसे स्थिति को संभाला जाए और उन्हें कहां उतरने के लिए कहा जाए।
यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर उतरने की सलाह दी गई
एक अन्य रेलवे अधिकारी ने बताया, “ट्रेन कई छोटे स्टेशनों पर रुकी, लेकिन वे डर के मारे नीचे नहीं उतरीं, क्योंकि कुछ यात्रियों ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी और इटावा रेलवे स्टेशन पर उतरने के लिए कहा। साथ ही कहा कि इटावा बड़ा रेलवे स्टेशन है, यहां बेहतर यात्री सुविधाएं और मदद मिलेगी। इटावा जंक्शन पर उतरने के बाद लड़कियां किसी से बात करने से डरती रहीं और फिर प्लेटफार्म पर एक बेंच पर बिल्कुल चुपचाप बैठ गईं। इसके बाद वहां से गुजर रहे गार्ड ने उन्हें देख लिया।”
अधिकारियों ने बताया कि गार्ड उन्हें स्टेशन मास्टर के पास ले गया। जिसके बाद स्टेशन मास्टर ने रेलवे पुलिस और बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सूचना दी। इसके बाद लड़कियों को सुरक्षित उनके परिजनों से मिला दिया गया।