एक ही दिल है, कितनी बार जीतोगे… यह कथन राहुल द्रविड़ पर अक्षरशः लागू होता है। भारत का यह लाडला बेटा जब खिलाड़ी के तौर पर मैदान पर होता है तो देश के गौरव को बढ़ाने या उसकी रक्षा करने में जी-जान लगा देता है। अब कोच के तौर पर भी वही जज्बा दिख रहा है। सफलता दिलाना और दूसरों को आगे खड़ा करना और खुद पर्दे के पीछे जाकर काम करना भी राहुल द्रविड़ की खासियत रही है। कोच के तौर पर भारत को विश्व विजेता बनाने वाले राहुल अब अतिरिक्त बोनस लेने से इनकार करने को लेकर चर्चा में हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम को 125 करोड़ रुपये का इनाम दिया है। यह पुरस्कार राशि खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के 42 सदस्यों में बांटी जानी है। 125 करोड़ रुपये में से टीम के सभी 15 सदस्यों और कोच राहुल द्रविड़ को 5-5 करोड़ रुपये मिलने हैं। कोचिंग स्टाफ के बाकी सदस्यों को 2.5-2.5 करोड़ रुपये का हिस्सा मिलना है। टी20 वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ के साथ सपोर्ट स्टाफ में विक्रम राठौर, पारस महाम्ब्रे, टी दिलीप शामिल थे।
वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक राहुल द्रविड़ ने अतिरिक्त बोनस लेने से इनकार कर दिया है। द्रविड़ अपने बाकी कोचिंग स्टाफ के बराबर ही पुरस्कार राशि चाहते हैं। इसका मतलब है कि द्रविड़ 5 करोड़ में से आधी (2.5 करोड़) राशि छोड़ने को तैयार हो गए हैं। वह बाकी कोचिंग स्टाफ की तरह 2.5 करोड़ लेंगे।
भारत ने 29 जून को दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड कप जीता था। क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की यह चौथी सफलता है। भारत ने पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 में कपिल देव की कप्तानी में जीता था। इसके बाद एमएस धोनी की कप्तानी में भारत 2007 और 2011 में चैंपियन बना था। टी20 वर्ल्ड कप की बात करें तो भारत 2007 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट में चैंपियन बना है।