Friday, November 22, 2024
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कभी थे दुश्मन, अब जय-वीरू जैसी हो रही दोस्ती, किस डर को खत्म कर दोनों देशों को साथ लाया

बुधवार को तीनों देशों के सेना प्रमुखों की टोक्यो में बैठक हुई। इनमें अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल सीक्यू ब्राउन, दक्षिण कोरियाई एडमिरल किम म्युंग-सू और जापानी जनरल योशीहिदे योशिदा शामिल हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उत्तर कोरिया और चीन की दोस्ती के कारण एशिया में देखी जा रही आक्रामकता और खतरे से निपटने के लिए रक्षा सहयोग बढ़ाना होगा। वैसे भी पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच संबंध लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। पिछले कुछ समय से एशिया में जिस तरह से चीन और कोरिया दोनों की आक्रामकता बढ़ रही है, उसका सबसे ज्यादा असर दक्षिण कोरिया और जापान पर पड़ रहा है।

चीन दक्षिण चीन सागर में “बलपूर्वक यथास्थिति को बदलने” की कोशिश कर रहा है, जबकि उत्तर कोरिया “बार-बार बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण कर रहा है और रूस को लगातार हथियार हस्तांतरित कर रहा है”। इसे देखते हुए दक्षिण कोरिया और जापान करीब आ रहे हैं। एशिया में अपने हितों और इन दोनों मित्र देशों के हितों को ध्यान में रखते हुए अमेरिका भी उनके साथ आ रहा है। इसे देखते हुए अमेरिका और जापान ने हाल ही में सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा लिया।

सवाल – क्या दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका के बीच ऐसी बैठकें हुई हैं?

– आमतौर पर इन देशों के बीच ऐसी बैठकें कम ही होती हैं। इस तरह की बैठक 06 साल में पहली बार हुई जब पूर्वी एशियाई रक्षा प्रमुखों की मुलाकात हुई है। इसके अलावा, ऐसी बैठकें एशिया में नहीं होती थीं। आमतौर पर उनकी बैठक का स्थान अमेरिका होता था। जिसमें यह तय हुआ कि जापान-दक्षिण कोरिया द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और उसके लिए यह मंच बनाया गया।

प्रश्न – जापान और दक्षिण कोरिया के बीच पहले कैसे संबंध रहे हैं?

– इन दोनों देशों के बीच संबंधों में एक तरह की ठंडक थी। जापान अब तक यही मानता रहा है कि दक्षिण कोरिया की सरकारें जापान को नकारात्मक तरीके से पेश करती रही हैं, जबकि उनकी कोशिशें उत्तर कोरिया के साथ संबंधों को बेहतर बनाने की ज्यादा रही हैं। अब यह स्थिति बदल रही है।

दरअसल, एशिया के इन दो पूर्वी देशों के बीच एक तरह की ऐतिहासिक कड़वाहट भी रही है, जिसने उन्हें उच्च स्तरीय बैठकों और सहयोग से दूर रखा, दशकों से दोनों देशों के बीच गहरा अविश्वास रहा है, दरअसल दोनों के बीच संबंधों में ठंडक एक सदी पहले कोरियाई प्रायद्वीप पर जापान के औपनिवेशिक कब्जे के साथ शुरू हुई थी। काफी हद तक इसका श्रेय अमेरिका को भी दिया जा सकता है। मार्च 2023 में टोक्यो में एक शिखर सम्मेलन में दोनों देशों ने संबंधों को फिर से शुरू करने का वादा किया था

प्रश्न – जापान और दक्षिण कोरिया के बीच संबंधों में किस तरह का बदलाव आ रहा है?

– पिछले महीने जापान और दक्षिण कोरिया प्रशांत क्षेत्र में फ्रीडम एज नामक सैन्य अभ्यास में अमेरिका के साथ शामिल हुए थे, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइल और वायु रक्षा, पनडुब्बी रोधी युद्ध और अन्य पर ध्यान केंद्रित किया गया था। इस अभ्यास का उद्देश्य और भी विस्तृत होगा।

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