हाथी ने सबसे पहले पिता-पुत्री पर हमला किया। जब वे चीखने-चिल्लाने लगे तो चाचा को लगा कि पिता-पुत्री झगड़ रहे हैं। जब चाचा झगड़ने को रोकने के लिए वहां पहुंचे तो हाथी ने उन पर भी हमला कर दिया।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां बगीचा में एक हाथी ने चार लोगों की जान ले ली। घटना बगीचा नगर पंचायत क्षेत्र की है। हाथी के हमले में मारे गए चार लोगों में से तीन एक ही परिवार के हैं, जबकि एक मृतक उनका पड़ोसी बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, अपने झुंड से बिछड़ा एक दंतैल हाथी रात करीब 12 बजे बगीचा नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 9 गम्हरिया में घुस आया और एक ही परिवार के पिता रामकेश्वर, बेटी रविता सोनी और चाचा अजय सोनी को मार डाला। जानकारी के अनुसार, उनकी चीख-पुकार सुनकर जब पड़ोसी युवक मौके पर पहुंचा तो दंतैल ने उसे भी अपनी चपेट में ले लिया और उसे भी मार डाला।
पिता-बेटी पर किया हमला
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी ने सबसे पहले पिता-बेटी पर हमला किया। जब वे चीखने-चिल्लाने लगे तो चाचा को लगा कि पिता-बेटी झगड़ रहे हैं। जब चाचा झगड़ने रोकने वहां पहुंचे तो हाथी ने उन्हें भी चपेट में ले लिया। तीनों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों को भी लगा कि घर में झगड़ा हो रहा है। ऐसे में एक पड़ोसी भी यही सोचकर वहां पहुंच गया और उसकी भी मौत हो गई। जशपुर जिले में एक महीने के अंदर हाथियों के हमले में नौ लोगों की जान जा चुकी है।
कोरबा में दो महिलाओं की मौत
कोरबा के कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत खैरभवना गांव में जंगली हाथी के हमले में दो महिलाओं तीजकुंवर (63) और सुरूजा (43) की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि तीन दिन पहले कोरबा वनमंडल के करतला वनपरिक्षेत्र में आठ हाथियों का समूह विचरण कर रहा था। इसमें से एक हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया। वह हाथी बुधवार रात रलिया गांव पहुंचा और गुरुवार सुबह टहलने निकली गायत्री राठौर (55) को कुचल दिया। उन्होंने बताया कि महिला पर हमला करने के बाद जंगली हाथी वहां से तीन किलोमीटर दूर खोडरी गांव पहुंचा और पांच मवेशियों को मार डाला। इसके बाद वह रात करीब 10 बजे खैरभवना गांव पहुंचा और हाथी के आने की सूचना मिलने पर जान बचाने के लिए भाग रहीं तीजकुंवर और सुरूजा को मार डाला। कटघोरा वनमंडल अधिकारी कुमार निशांत ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है।