Friday, November 22, 2024
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ऐसा कौन सा देश है जहाँ दिन में एक बार हँसना बिलकुल ज़रूरी है? 90% लोग ये नहीं जानते होंगे!

हंसना सेहत के लिए बहुत जरूरी है. कई बीमारियाँ तो सिर्फ हंसने से ही खत्म हो जाती हैं। इस कारण से दुनिया में एक देश है, जहां के एक प्रांत में हंसने को कानून बनाया गया है। अब इस प्रांत के लोगों को हर दिन कम से कम 1 बार (जापान में दिन में कम से कम एक बार हंसना जरूरी है) जरूर हंसना होगा। आखिर ये कौन सा देश है? हमारा दावा है कि 90 फीसदी लोगों के बारे में जानकारी ही नहीं होगी! अगर आप भी इस देश और इसके नए कानून के बारे में नहीं जानते, तो आपको ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए।

बिजनेस इनसाइडर वेबसाइट के अनुसार जापान (जापान अनिवार्य हंसी कानून) वह देश है, जिसके एक प्रांत में ये विचित्र मगर जटिल कानून पारित किया गया है। पिछले हफ्ते जापान के यामागाटा परफेक्चर में प्रशासन ने अपने लोगों की सेहत की देखभाल करने का खास तरीका ईजाद किया है। प्रशासन ने ये कानून बना दिया है कि अब लोगों को एक दिन में कम से कम 1 बार जरूर हंसना पड़ेगा। उत्साहित, इस नियम को बनाने के पीछे एक शोध है, जिसे हाल ही में वहां की विश्वविद्यालय में किया गया है।

इस वजह से बनाया गया कानून
यामागाटा यूनिवर्सिटी के शोध में ये दावा किया गया है कि हंसने से सेहत पर बहुत फायदा होता है। दिल की बीमारियां इससे कम होती हैं और इंसान की उम्र भी बढ़ती है। इस कानून के तहत हंसने पर ज़ोर नहीं दिया जा रहा है, हालांकि, इसके माध्यम से नागरिकों को दिनभर खुशहाल माहौल बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कानून के तहत कामकाज को भी हल्का-फुल्का माहौल बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अब हर महीने की 8वीं तारीख को हास्य दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

आलोचना करने लगा विपक्ष
एक तरह से इस कानून से प्रशासन बेहतर माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है, दूसरी तरफ प्रशासन को इस कानून से आपत्ति है। जापानी कम्युनिस्ट पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह कानून इंसान की आजादी का हनन करता है। ‘पवन का कहना है कि हंसने का अधिकार या न हंसने का अधिकार संविधान के द्वारा दिया गया अधिकार है। संविधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कहा गया है कि यह कानून उन लोगों का ख्याल नहीं रखता, जो किसी बीमारी, जुल्म या दुख की वजह से हंसते नहीं। दूसरी ओर प्रशासन का बार-बार कहना है कि ये प्रोत्साहन के तौर पर बनाया गया कानून है, आदेश नहीं। अगर कोई हंसता नहीं, तो उस पर किसी भी तरह का काफ़िया आरोप नहीं लगाया गया है।

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