बिहार में सोमवार रात वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या कर दी गई। इस बीच पिछले कुछ दिनों में बिहार के अलग-अलग इलाकों में कई हत्याएं देखने को मिली हैं। इस बीच अब इंडी गठबंधन राज्य सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। इसी सिलसिले में 20 जुलाई को बिहार में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बिहार में विपक्षी गठबंधन- ‘इंडिया’ (भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन) राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को घेरने के लिए 20 जुलाई को राज्यव्यापी आंदोलन करेगा, ‘इंडिया’ ने बताया। पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मुख्यालय में आयोजित ‘इंडिया’ के घटक दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई। राजद की राज्य इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा, ‘राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। राज्य में हर दिन हत्या, अपहरण, रंगदारी, बलात्कार आदि के मामले सामने आ रहे हैं।’
नीतीश कुमार की चुप्पी पर उठे सवाल
उन्होंने कहा, ‘जब राज्य में लोग सुरक्षित नहीं हैं, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूदा स्थिति पर चुप क्यों हैं? मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का प्रभार भी है। बिहार में बढ़ते अपराध के खिलाफ हम-‘भारत’ गठबंधन की सभी पार्टियां 20 जुलाई को पूरे राज्य में विरोध मार्च निकालेंगी। उन्होंने कहा कि बिहार विधानमंडल के आगामी मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी राज्य में ‘बिगड़ती कानून व्यवस्था’ को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “बिहार में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जो मौजूदा कानून व्यवस्था की पोल खोलती हैं।
चंपारण और सारण में हत्या
जैसे, पूर्वी चंपारण में पति-पत्नी की चाकू घोंपकर निर्मम हत्या, सारण में तिहरा हत्याकांड (पिता और दो नाबालिग बेटियों की हत्या), मढ़ौरा (सारण) में युवक-युवती की हत्या।” उन्होंने ‘X’ पर एक वीडियो भी शेयर किया और लिखा, “NDA के मंगलराज में चार-पांच दिनों में घटित शुभ घटनाओं की एक छोटी सूची। यह सब देखकर राक्षसों की भी रूह कांप जाए, लेकिन सत्ता में बैठे तथाकथित रक्षकों को यह सब देखने में मजा आता है।” गौरतलब है कि दरभंगा में पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की हत्या और सारण में ट्रिपल मर्डर जैसी जघन्य घटनाओं को लेकर विपक्ष नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साध रहा है।