दुनिया में बढ़ती हुई जनसंख्या की वजह से लोगों के रहने के लिए ज़मीनें क पड़ती जा रही हैं. खासतौर पर उन शहरों में ये दिक्कत ज्यादा है, जहां पर विकास और आजीविका दोनों ही हैं. यहां रहकर कमाने के लिए लोग ऐसी-ऐसी परिस्थितियों में ज़िंदगी जी रहे हैं कि देखकर आप दंग रह जाएंगे. इस वक्त एक ऐसा ही वीडियो हॉन्ग कॉन्ग का वायरल हो रहा है.
हांगकांग (Hong Kong) में जगह की कमी इतनी बढ़ चुकी है कि यहां लोग घर के बजाय लकड़ी के ताबूतनुमा घरों (coffin cubicles) में रह रहे हैं. 15 स्क्वैयर फीट के लकड़ी के ये बॉक्स ताबूत की शक्ल के होने के कारण कॉफिन क्यूबिकल भी कहलाते हैं. इनक कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, चलिए आपको इनमें से एक वीडियो दिखाते हैं. कनेडियन फोटोग्राफर बेनी लेम ने जब इन घरों की तस्वीरें खींची थी और उन्होंने इन पर ट्रैप्ड नाम से एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई थी.
ये घर है या फिर माचिस की डिब्बी?
वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि कोई विकल्प न होने और मकान भाड़े की कीमत बेतहाशा बढ़ने की वजह से कम इनकम वाले लोग बक्सों में रहने को मजबूर हैं. बक्सेनुमा इन घरों में किचन और टॉयलेट एक साथ होते हैं, जो काफी छोटे होते हैं. वहीं लकड़ी या फिर तारों को जोड़कर बनाए जाते हैं. बाहर से ये बिल्डिंगें जितनी क्राउडेड चलती हैं, अंदर से उसकी दस गुना क्राउडेड हैं. लोग घरों में रहते नहीं हैं बल्कि फंसे हुए हैं. न तो वे चार कदम चल सकते हैं और न ही सुकून से सो सकते हैं. जिनकी लंबाई ज्यादा है, उन्हें तो पांव सिकोड़कर सोना पड़ता है. हैरानी तो इस बात की है कि फिर भी इसका किराया भारतीय मुद्रा में 20000 रुपये से भी ज्यादा है.
वायरल हो रहा है वीडियो
वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर drewbinsky नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है. वीडियो होने के कुछ ही घंटों में लाखों लोगों ने देख लिया. इस वीडियो के साथ ही बताया गया है कि 2 लाख लोग ऐसे ही घरों में रहते हैं, जिन्हें कॉफिन होम कहा जाता है. एक अपार्टमेंट में करीब 20 कॉफिन होम होते हैं, जिनमें से कुछ में पूरा-पूरा परिवार रहता है.