उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए अधिकारियों को कई निर्देश दिए और यह भी कहा कि राहत राशि का वितरण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही किया जाए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों में बाढ़ और जलभराव को ध्यान में रखते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक में कई बड़े ऐलान किए. बैठक के दौरान सीएम योगी ने आम जनता, कृषि फसलों और पशुधन की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने ऐलान किया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को 24 घंटे के अंदर राहत राशि मुहैया कराई जाएगी. अधिकारियों को निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि सहायता राशि का वितरण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से किया जाएगा. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री को बताया गया कि अब तक 20 जिलों की 69 तहसीलों के 1571 गांव और बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर के शहरी क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन सर्वे की भी व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि बाढ़ के कारण अब तक कुल 14.80 लाख नागरिक प्रभावित हुए हैं। इनमें से 5.29 लाख लोग ऐसे हैं, जिनकी सम्पत्ति (कृषि, मकान, घरेलू सामान एवं पशु) को नुकसान पहुंचा है। मुख्य रूप से 3.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र जलभराव के कारण प्रभावित हुआ है। सैटेलाइट से प्राप्त जलभराव के आंकड़ों के आधार पर ग्राउंड टीमें बनाकर कृषि क्षति का सर्वेक्षण/पुष्टिकरण किया जा रहा है, साथ ही ड्रोन सर्वे की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष 1 जून से अब तक राज्य में 242.50 मिमी वर्षा हुई है, जबकि सामान्य वर्षा 220 मिमी होती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 22 जुलाई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
‘प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता प्रदान करें’
सीएम ने कहा कि बदलते मौसम की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए और राहत आयुक्त कार्यालय सहित सभी जिला प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें। योगी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई स्थानों पर बाढ़, बिजली गिरने या डूबने से जान-माल के नुकसान की दुखद खबरें आई हैं। उन्होंने कहा, ‘यह मदद और सहानुभूति का समय है। प्रभावित परिवारों को तत्काल मदद प्रदान की जानी चाहिए। सभी अधिकारी और कार्मिक बाढ़ पीड़ितों के साथ विनम्र व्यवहार करें। अगर बाढ़ में किसी की फसल बर्बाद हुई है, नदी में जमीन कट गई है और घरेलू सामान बह गया है, तो ऐसे सभी मामलों में सहायता राशि 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराई जानी चाहिए।’
‘केवल जनप्रतिनिधि ही सहायता राशि वितरित करें’
सीएम योगी ने कहा, ‘कृषि फसलों का सर्वेक्षण कराएं। सहायता राशि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही वितरित की जानी चाहिए। बाढ़ या अतिवृष्टि की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए। सभी नदियों और तटबंधों के जलस्तर पर 24×7 निगरानी रखी जाए। प्रभावित जिलों में NDRF, SDRF/PAC की बाढ़ इकाइयां और आपदा प्रबंधन दल 24×7 सक्रिय मोड में रहें। आवश्यकतानुसार आपदा प्रबंधन मित्रों, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों की मदद ली जाए।’