वायनाड भूस्खलन में मारे गए लोगों को लेकर चीन ने एक बयान जारी किया है। इसके तहत चीन ने केरल भूस्खलन में हुई मौतों पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की है। इसमें किसी भी चीनी नागरिक की मौत नहीं हुई है।
बीजिंग: चीन ने केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन की घटना पर गहरी चिंता जताई है। इसके साथ ही बुधवार को भूस्खलन में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। आपको बता दें कि वायनाड जिले में हुई भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हैं। राहत और बचाव दल लगातार मौके पर जुटे हुए हैं। कई लोगों के अभी भी लापता होने की आशंका है। चीन ने इस दुखद घटना को लेकर भारत के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।” उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में अभी तक किसी चीनी नागरिक के घायल होने की खबर नहीं है। लिन ने कहा कि भारत में चीनी दूतावास ने पुष्टि की है कि इस घटना में किसी चीनी नागरिक के घायल होने या मारे जाने की कोई सूचना नहीं है।
158 लोगों की मौत से मची तबाही
केरल के वायनाड में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। अब तक 158 लोगों की जान जा चुकी है। इसके चलते आसपास रहने वाले लोग भी दहशत में हैं। मलबे में लोगों की तलाश अभी भी जारी है। भूस्खलन की घटना के बाद एक बार फिर माधव गाडगिल पैनल की रिपोर्ट की चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि अगर सरकारों ने गाडगिल कमेटी की रिपोर्ट को मान लिया होता तो वायनाड में इतना बड़ा नुकसान टाला जा सकता था।