चेन्नई एयरपोर्ट से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इस मामले में कस्टम की एयर इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने तलाशी के दौरान जैसे ही बैग के अंदर देखा तो वहां मौजूद कई अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। दरअसल, यह पूरा मामला वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम से जुड़ा है, जिसमें चेन्नई के एक यात्री को गिरफ्तार किया गया है।
एयर इंटेलिजेंस यूनिट (AIU) से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, चेन्नई एयरपोर्ट पर संवेदनशील क्षेत्र से आने वाली फ्लाइट के यात्रियों की जांच की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान AIU अधिकारियों की नजर एक यात्री के बैगेज ट्रॉली पर रखे एक बैग पर पड़ी। इस बैग में हो रही गतिविधियों को देखकर AIU अधिकारियों की नजर इस बैग और ट्रॉली को ले जा रहे यात्री पर टिक गई।
उन्होंने बताया कि ग्रीन चैनल पार करते ही AIU अधिकारियों ने इस यात्री को जांच के लिए रोक लिया। जांच के दौरान जब इस बैग को खोलकर अंदर देखा गया तो अंदर का नजारा देखकर वहां मौजूद कई अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। इसके बाद बेहद सावधानी से बैग के अंदर से बेबी इगुआना को बाहर निकाला गया। बैग के अंदर अलग-अलग रंग के 402 बेबी इगुआना थे।
एआइयू से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार बरामद बेबी इगुआना में 229 हरे बेबी इगुआना, 113 नारंगी बेबी इगुआना, 53 नीले बेबी इगुआना और 7 पीले बेबी इगुआना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह यात्री बैंकॉक से चेन्नई एयरपोर्ट पर पहुंचा था। इस यात्री के खिलाफ कस्टम एक्ट 1962 और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए यात्री की पहचान अतीक अहमद के रूप में हुई है। जांच में पता चला कि 402 बेबी इगुआना में से 335 जीवित थे, जबकि 67 की दम घुटने से मौत हो गई थी। उल्लेखनीय है कि बेबी इगुआना की गिनती विदेशी वन्यजीवों में होती है। इसे अमेरिकी छिपकली के नाम से जाना जाता है।