बसपा प्रमुख मायावती ने आज चेन्नई पहुंचकर के. आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक असल अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौप देनी चाहिए।
चेन्नई: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती आज चेन्नई पहुंचीं। यहां उन्होंने बसपा के तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा उन्होंने हत्या की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की। बता दें कि शुक्रवार को के. आर्मस्ट्रांग की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद से बसपा कार्यकर्ताओं में काफी रोष देखा गया है। वहीं मायावती ने दावा किया कि इस मामले में अब तक गिरफ्तार किये गए लोग असल अपराधी नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन से इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने का आग्रह किया ताकि न्याय मिल सके।
07-07-2024-BSP PHOTO RELEASE-
BSP national president, former four time Uttar Pradesh chief minister and ex-MP Ms Mayawati Ji in Chennai on Sunday on the occasion of paying last respects to Tamil Nadu BSP K Armstrong who was brutally murdered as his body kept in Bunder Garden… pic.twitter.com/w1NBNmTSAD— Mayawati (@Mayawati) July 7, 2024
पार्थिव शरीर पर अर्पित की पुष्पांजलि
दरअसल, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को शहर के पेरम्बूर स्थित एक निजी स्कूल में के. आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि दी और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। बसपा प्रमुख ने इस मौके पर कहा कि हमलावरों के एक गुट ने शुक्रवार देर शाम जिस तरह से उनकी हत्या कर दी, उससे पता चलता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। मायावती ने कहा कि स्टालिन को आर्मस्ट्रांग के लिए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए और सीबीआई को जांच सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने आर्मस्ट्रांग की हत्या की है, उन असल दोषियों को अभी तक नहीं पकड़ा गया है।’’
सीबीआई को सौंप देनी चाहिए जांच
मायावती ने आगे कहा, ‘‘असल दोषियों को अभी तक नहीं पकड़ा गया है। मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए। हमें उम्मीद नहीं है कि राज्य सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी, इसलिए मामले को तुरंत सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए।’’ बसपा नेता ने कहा कि आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद पूरे राज्य में दलितों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने मुख्यमंत्री से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बसपा ने मामले को गंभीरता से लिया है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए।