Saturday, February 15, 2025
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कौन हैं शिवानी राजा, जिन्होंने ब्रिटेन में सुनक का सूरज ‘पूरी तरह’ नहीं डूबने दिया

ब्रिटेन के संसदीय चुनाव में जहां एक दशक से काबिज कंजरवेटिव पार्टी का सूरज डूब गया, वहीं एक सीट ऐसी रही जहां लेबर पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। यह सीट इसलिए भी खास है क्योंकि यहां 37 सालों से लेबर पार्टी का दबदबा था और इसमें एक महिला राजनीतिज्ञ ‘टोरी’ ने योगदान दिया है, जो उस पार्टी से हैं जिसे पूरे देश में इस बार हार का सामना करना पड़ा है। ऋषि सुनक के राजनीतिक दल कंजरवेटिव पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकना पड़ा लेकिन शिवानी राजा ने लेबर पार्टी को लीसेस्टर ईस्ट से धूल चटा दी। शिवानी राजा की जीत इसलिए भी अहम है क्योंकि उनकी पार्टी ने लेबर पार्टी से मुंह की खाई है। कंजरवेटिव पार्टी ने केवल 121 लोगों की जान ली है।

भारत के गुजराती मूल की उम्मीदवार शिवानी राजा ने लीसेस्टर ईस्ट सीट से जीत हासिल की है, जहां पूर्व सांसद क्लाउड वेब्बे और कीथ वाज भी खड़े थे। साथ ही उन्होंने इस सीट से लंदन के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल को भी हरा दिया। ये सांसद निर्वाचन क्षेत्र परचुनी मैदान में थे। लीसेस्टर ईस्ट को लेबर पार्टी का गढ़ माना जाता है और यह 37 वर्षों में पहली बार है कि वहां कोई कंजरवेटिव पार्टी का उम्मीदवार जीता है। शिवानी राजा ने आम चुनाव 2024 में 14,526 वोट हासिल किए और लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल से 4,426 वोटों से आगे रहीं।

देशगुजरात की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राजा गुजराती मूल की हैं और दीव की रहने वाली हैं. इसमें यह भी कहा गया कि चुनाव के दौरान राजा ने अपना काफी समय ब्रिटिश-भारतीय मतदाताओं को लुभाने में लगाया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने भारत में ब्रिटिश टीवी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गुजरात के ट्विटर यूजर्स को ऑनलाइन वोटिंग में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। शिवानी राजा का जन्म भी लीजेस्टर में हुआ था। यह हेरिक प्राइमरी, सोअर वैली कॉलेज, विगेस्टन और क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय कॉलेज से अध्ययन की है।
बता दें कि इस बार ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में 30 भारतीय मूल के लोगों को कंजरवेटिव पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था। लेबर पार्टी ने 33 भारतीय-ब्रिटिश उम्मीदवारों का गठन किया था। लिबरल डेमोक्रेट्स ने 11, ग्रीन पार्टी ने 13, रिफॉर्म यूके ने 13 और अन्य 7 भारतीय मूल के उम्मीदवार इस बार के संसदीय चुनाव में पराजित हुए।
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