लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में करारी हार झेलने के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार मंथन कर रही है। यूपी में हार के कारणों का पता लगाने के बाद आगामी चुनाव में कैसे जीत हासिल की जाए, इस पर बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ में पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के कई बड़े राजनेता मौजूद रहे। इस बैठक में एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जो बिखरे हुए वोटरों को वापस लाने की कोशिश है। दरअसल, हाल ही में एक समीक्षा रिपोर्ट भी जारी की गई थी, जिसमें यह बात सामने आई थी कि ओबीसी और दलित वोटर सपा-कांग्रेस के पक्ष में चले गए थे, जिसकी वजह से बीजेपी को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी का मास्टर प्लान
बीजेपी ने इन बिखरे हुए वोटरों को वापस लाने के लिए एक परफेक्ट प्लान तैयार किया है। भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर और मथुरा पर फोकस करने जा रही है। आपको बता दें कि कुशीनगर भगवान बुद्ध की धरती है और दलित समुदाय भगवान बुद्ध का अनुयायी है। मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मस्थली है, जिसका ओबीसी से गहरा नाता है। प्रदेश में दलित और ओबीसी मतदाताओं की संख्या अधिक है। समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा उन सीटों पर हारी, जहां दलित और ओबीसी मतदाताओं की संख्या अधिक थी।
मथुरा-वृंदावन पर फोकस करेगी भाजपा
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लाए गए प्रस्ताव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों को निशाने पर लिया गया है। भाजपा ने समाजवादी पार्टी के यादव वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए मथुरा-वृंदावन और श्री कृष्ण जन्मभूमि के विकास के लिए संघर्ष करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही पार्टी ने दलित मतदाताओं को जोड़ने के लिए बुद्ध परिनिर्वाण स्थल और कुशीनगर को एजेंडे में शामिल किया है। इसके साथ ही भाजपा ने अपने एजेंडे में यह प्रस्ताव भी पास किया है कि राहुल गांधी हिंदू धर्म के विरोधी हैं।
जेपी नड्डा ने बैठक में भरा जोश
जेपी नड्डा बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते नजर आए। उन्होंने कहा, ‘भाजपा आज की ही नहीं बल्कि भविष्य की भी पार्टी है और जहां कमल खिलता है, वहां सुशासन आता है। हमारे कंधों पर जो जिम्मेदारी है, वह मौसमी नहीं है, वह जिम्मेदारी हमारे कंधों पर हमेशा के लिए है।’ जेपी नड्डा ने कहा, ‘वे राम मंदिर की बात करते हैं। लेकिन हमारे लिए राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि आस्था का मुद्दा है।’
भाजपा ने पेश किया प्रस्ताव
राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय में भाजपा की तरफ से एक राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया था। इस प्रस्ताव को कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश स्तरीय नेता अनूप गुप्ता ने पेश किया था, तो वहीं प्रदेश अध्यक्ष अमरपाल मौर्य, प्रियंका सिंह रावत, सुभाष यदुवंशी और संजय राय ने इसका समर्थन किया था।
हर की समीक्षा रिपोर्ट जारी हुई थी
समीक्षा रिपोर्ट जो जारी की गई थी उसके अनुसार सभी क्षेत्रों में बीजेपी के वोट शेयरिंग में गिरावट दर्ज की गई है। वोट शेयर में करीब 8 फ़ीसदी की गिरावट हुई है. ब्रज, पश्चिम, कानपुर, बुंदेलखंड, अवध, काशी और गोरखपुर क्षेत्र में 2019 के मुकाबले साइड कम हुए हैं। रिपब्लिकन को पीडीए के वोट मिले. इसके अलावा गैर यादव ओबीसी और गैर जाटव एससी का वोट सपा के पक्ष में बढ़ाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार संविधान संशोधन के बयानों ने पिछड़ी जाति को पिछड़ों से दूर कर दिया।