Tuesday, February 11, 2025
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रहस्यमयी है बाबा हटकेश्वर नाथ महादेव मंदिर की कहानी, नदी में बहते हुए मिला था शिवलिंग, फिर…

सनातन धर्म में सावन माह का विशेष महत्व है। दरअसल, भगवान भोलेनाथ को सावन माह बहुत प्रिय है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार आज 22 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो गई है। सावन माह में पूरे महीने भगवान शिव का जलाभिषेक करने का महत्व है। इस साल सावन माह की शुरुआत सोमवार से हुई है। इसलिए पहले दिन से ही शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वैसे तो राजधानी के गली-मोहल्लों में सैकड़ों शिव मंदिर हैं, लेकिन ऐतिहासिक शिव मंदिरों में एक मंदिर ऐसा भी है, जो सबसे प्राचीन है। यहां हर सावन सोमवार को जलाभिषेक करने हजारों कांवड़िए पहुंचते हैं।

इस परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है

खारुन नदी मिनी काशी के नाम से प्रसिद्ध है। खारुन नदी के तट पर हाटकेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। यह मंदिर शहर के हृदय स्थल जयस्तंभ चौक से करीब 12 किलोमीटर दूर आमापारा, लाखेनगर, सुंदर नगर, रायपुरा पुल के नीचे से होते हुए खारुन नदी की ओर है। इस मंदिर के पीछे राजधानी की जीवनदायिनी नदी मानी जाने वाली खारुन नदी बहती है। नदी के जल से शिवलिंग का सहस्त्राभिषेक करने की परंपरा निभाई जाती है। यहां सावन सोमवार के अवसर पर जलाभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है। सुबह से शाम तक भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक होता है और शाम को अलग-अलग देवताओं के स्वरूप में शिवलिंग का श्रृंगार देखने के लिए लंबी कतार में खड़ा होना पड़ता है।

श्रीमद्भागवत गीता के पांचवें अध्याय में उल्लेख

मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेश गिरी गोस्वामी ने लोकल18 को बताया कि हाजीराज नायक ने कलचुरी राजा रामचंद्र के पुत्र ब्रह्मदेव राय के शासनकाल में 1402 ई. में हाटकेश्वर मंदिर का निर्माण कराया था मंदिर के बाहर जहां नंदी देव विराजमान हैं, वहीं यहां एक कमरे में अखंड धूनी जल रही है। कहा जाता है कि अखंड धूनी पांच सौ साल से भी ज्यादा समय से जल रही है। श्रीमद्भागवत गीता के पांचवें अध्याय के 16वें और 17वें श्लोक में हाटकेश्वरनाथ का जिक्र है। सावन का महीना शुरू हो चुका है। हर साल की तरह इस साल भी लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

Note: इस खबर में दी गई जानकारी राशि, धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषियों और आचार्यों से बात करने के बाद लिखी गई है। कोई भी घटना, दुर्घटना या लाभ-हानि महज एक संयोग है। ज्योतिषियों द्वारा दी गई जानकारी सभी के हित में है। लोकल-18 बताई गई किसी भी बात का व्यक्तिगत रूप से समर्थन नहीं करता है।

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