हरिद्वार के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साधु बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा से बेहद नाराज हैं और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को एक पत्र लिखा है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और हिंसा के खिलाफ भारत के साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को लिखे पत्र में परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हाल ही में हुए राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की।
परिषद के महंत ने किया अनुरोध
परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अपराधों पर पूरी दुनिया चुप है।” महंत पुरी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से बांग्लादेश में ‘हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की लहर’ की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि आप अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों की भावनाओं को समझेंगे और बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा और उत्पीड़न को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।”
सरकार आदेश दे तो हम कूच करने को तैयार हैं
एक न्यूज चैनल से बातचीत में पुरी ने यह भी कहा कि अगर भारत सरकार हमें अनुमति देती है तो नागा साधु बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को बचाने के लिए उस देश में कूच करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार असहनीय हैं। अगर भारत सरकार अनुमति देती है तो सनातन की रक्षा के लिए जन्मे नागा संन्यासी हिंदुओं की रक्षा के लिए बांग्लादेश कूच करने को तैयार हैं।”