वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका और रूस के बीच लंबे समय से चले आ रहे कैदी विनिमय समझौते की कड़ी आलोचना की है। जबकि इस समझौते से यूक्रेन युद्ध के बाद से दोनों महाशक्तियों के बीच तनाव कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है। रूस और पश्चिमी देशों के बीच हुए इस समझौते के बाद यह भी उम्मीद है कि शायद दोनों देश आपसी हितों के मद्देनजर यूक्रेन के मुद्दे पर किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं। लेकिन ट्रंप को यह समझौता पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा, क्या हम हत्यारों और हत्यारों को रिहा कर रहे हैं? समझौते से नाराज ट्रंप अमेरिकी सरकार द्वारा ऐतिहासिक कैदी विनिमय को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर तीखा हमला किया है। इसके तहत वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच और पूर्व नौसेना नाविक पॉल व्हेलन को रूसी हिरासत से रिहा कर दिया गया। गौरतलब है कि गुरुवार को रूस ने शीत युद्ध की समाप्ति के बाद अपनी तरह की सबसे बड़ी कैदी अदला-बदली के तहत गेर्शकोविच और व्हेलन को रिहा किया था। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका ने रूस, जर्मनी और तीन अन्य देशों के साथ इस सौदे पर बातचीत की थी। दूसरी ओर, ट्रम्प ने बिडेन पर उच्च-दांव वार्ता को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया और उनसे कैदियों की अदला-बदली के बारे में अतिरिक्त जानकारी जारी करने का आग्रह किया।
‘जानकारी जारी करने के लिए कहा’
रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रम्प ने कहा कि उन्हें अदला-बदली के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ट्रम्प ने पूछा कि क्या ‘हत्यारे, अपराधी या गुंडे रिहा किए गए हैं।’ ट्रम्प ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, ‘तो वे रूस के साथ कैदियों की अदला-बदली का विवरण कब जारी करने जा रहे हैं? उनके मुकाबले हमारे पास कितने लोग हैं? क्या हम उन्हें नकद भी दे रहे हैं? क्या वे हमें नकद दे रहे हैं (कृपया उस प्रश्न को वापस ले लें, क्योंकि मुझे यकीन है कि इसका उत्तर नहीं है)? क्या हम हत्यारों, हत्यारों या गुंडों को रिहा कर रहे हैं?’
ट्रम्प ने इस सौदे को जबरन वसूली बताया
जबकि एक साल से अधिक समय तक गुप्त रूप से बातचीत किए गए इस सौदे में 24 कैदी शामिल थे। जिनमें से 16 को रूस से पश्चिमी देशों में भेजा गया और पश्चिम में रखे गए आठ कैदियों को वापस रूस भेजा गया। जर्मनी ने पुष्टि की कि उनमें बर्लिन में निर्वासित असंतुष्ट की हत्या के दोषी वादिम कसीकोव भी शामिल थे। बिडेन ने इस डील को “कूटनीति और मित्रता की उपलब्धि” बताया और वाशिंगटन के सहयोगियों की उनके “साहसिक और बहादुर फैसलों” के लिए प्रशंसा की। वहीं, ट्रंप ने कहा कि ‘हमारे वार्ताकार हमेशा हमारे लिए शर्मिंदगी का कारण बनते हैं! मैंने कई बंधकों को वापस लाया और विरोधी देश को कुछ नहीं दिया और कभी कोई नकद राशि नहीं दी। ऐसा करना भविष्य के लिए एक बुरा उदाहरण है। यही होना चाहिए, नहीं तो यह स्थिति और खराब हो जाएगी। वे अमेरिका से पैसे ऐंठ रहे हैं। वे समझौते को जटिल बता रहे हैं – ताकि कोई यह पता न लगा सके कि यह कितना बुरा है।’
पुतिन ने वापस लौटने वालों को सम्मानित किया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को में उतरने के बाद हवाई अड्डे पर रूस लौट रहे कैदियों से मुलाकात की और कहा कि उन्हें राज्य पुरस्कार दिए जाएंगे। जबकि बिडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी अमेरिका लौटने वालों का स्वागत करने वाले हैं। व्हाइट हाउस में रिहा किए गए कैदियों के रिश्तेदारों से घिरे बिडेन ने कहा कि आज का दिन इस बात का एक शक्तिशाली उदाहरण है कि इस दुनिया में दोस्त होना क्यों महत्वपूर्ण है।