दिल्ली की एक अदालत ने 24 साल बाद चार लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप तय करने का आदेश दिया है। यह मामला साल 2000 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए हैंसी क्रोनिए मैच फिक्सिंग केस से जुड़ा है। यह आदेश राजेश कालरा, टी सीरीज के कृष्ण कुमार, सुनील दारा और संजीव चावला के खिलाफ दिया गया है। यह जानकारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नेहा प्रिया ने दी है। इन 4 लोगों के खिलाफ दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया है।
साक्ष्यों का हवाला देते हुए अदालत ने कहा कि सभी के बीच बातचीत का रिकॉर्ड, आसपास के हालात यह साफ करते हैं कि कृष्ण कुमार, कालरा, सुनील दारा, संजीव चावला इस साजिश में शामिल थे। ये सभी एक साथ काम कर रहे थे। आर्थिक लाभ के लिए ये सभी क्रिकेट मैच फिक्सिंग में भागीदार थे। अदालत ने कहा कि इन चारों के खिलाफ धारा 420 के साथ 120बी के तहत आरोप तय करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। आपको बता दें कि इसके लिए अदालत ने 68 पन्नों का आदेश जारी किया है।
कोर्ट ने आगे कहा कि अगर पहले से पता हो कि क्रिकेट मैच कौन जीतने वाला है तो मैच देखने में कोई दिलचस्पी नहीं रहेगी। इस पर आरोपी के वकील ने दलील दी और कहा कि देश में मैच फिक्सिंग कोई आरोप नहीं है। आपको बता दें कि यह फिक्सिंग टीम स्ट्रक्चर पर थी, इसमें व्यक्तिगत स्कोर, राशि, पैसे की पूलिंग, सट्टेबाजी से जुड़ी चीजें शामिल थीं।